महिलाएं नए नए कपड़े ट्राई करने की बेहद शौकीन होती है और यही कारण है कि महिलाएं शॉपिंग करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती है. महिलाओं के लिए मार्केट में कई सुंदर ऑप्शन भी उपलब्ध होते है जिनमें आपको सूट, साड़ी, लहंगों से लगाकर कहीं वेस्टर्न ऑप्शन मिल जाते हैं.
लेकिन हम कितना ही वेस्टर्न फैशन क्यों ना आजमा लें! भारतीय परंपरा में आज भी सलवार सूट और कुर्ती पहनने का शौक बेहद प्रचलन में है. लंबे समय से महिलाएं कुर्ती पहनती आई है और आज भी यह महिलाओं की पहली पसंद बना हुआ है. चाहे कोई फेस्टिवल हो या फिर कोई शादी हो! हर फेस्टिवल में महिलाओं की पहली पसंद एथेनिक आउटफिट ही होते हैं. यह सोबर लगने के साथ ही साथ काफी फैशनेबल भी लगते हैं.
ऐसे में अगर आप भी सुंदर डिजाइनर कुर्तियों की जमकर शॉपिंग करना चाहती है तो हम आपको कुछ बेहतरीन ऑप्शन बताने जा रहे हैं. वैसे तो आपको दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में कई सस्ते बाजार मिल जाते हैं लेकिन आज हम आपको नोएडा के एक ऐसे बाजार के बारे में बताने जा रहे हैं जो कुर्तों के लिए काफी फेमस है.
नोएडा कुर्ती मार्केट
दरअसल हम बात करने जा रहे हैं नोएडा सेक्टर 14 में लगने वाले स्पेशल संडे मार्केट के बारे में. जहां आपको कुर्तियों की भरमार मिल जाती है. यह मार्केट हर रविवार को शाम 4:00 बजे से लगना शुरू हो जाता है और इस मार्केट में नोएडा सेक्टर 18 की अट्टा मार्केट और ईस्ट दिल्ली की कुछ मार्केट के दुकानदार भी आते हैं. इतना ही नहीं यहां नोएडा सेक्टर 22 और ब्रह्मपुत्र मार्केट के दुकानदार भी अपनी स्टॉल लगाते हैं.
यहां की सबसे बड़ी खास बात यह है कि यहां आपको कम दाम में डिजाइनर ऑफिस वीयर और फैंसी कुर्तियों की अच्छी वैरायटी मिल जाती है. वहीं यहां आपको ₹100 से लेकर ₹500 तक में हर तरह की कुर्ती मिल जाती है. जिसमें आपको अपने पसंदीदा रंग और डिजाइन के लिए भी काफी ऑप्शन मिलते हैं.
वहीं आपको यहां बहुप्रचलित कॉटन, शिफॉन, चिकनकारी एंब्रायडरी वाली डिजाइनर कुर्तियां मिलती है. अगर आप सलवार सूट के पीस लेना चाहती है तो वह भी आपको यहां काफी किफायती दाम में मिल जाते हैं.
किस वक्त आए इस मार्केट में ?
यह मार्केट 4:00 बजे लगना शुरू हो जाता है और यहां जाने का सबसे अच्छा समय शाम के 6:00 बजे के बाद है. इस वक्त यहां मोलभाव भी काफी होता है और इसके लिए आपको थोड़ी देर से जाना ठीक रहता है. यह मार्केट 11:00 बजे तक लगा रहता है और देर रात को दुकानदार अपनी दुकान समेटते हुए माल बेचने के लिए ग्राहकों से मोलभाव भी काफी ज्यादा कर लेते हैं.